Monday, March 5, 2018

वो साथ तुम्हारा चाहता है



वो साथ तुम्हारा चाहता है 

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उस ब्याकुल ,निराश ,विक्षित ह्रदय को,
मृदु भाषाई गीत सुनांना चाहता है 
इस हताश जीवन संग तुम्हारा चाहता है 
वो साथ तुम्हारा चाहता है ||

हैं एक गीत उसके सपनों में तुम्हारा ,
मन उन गीतों की डोर संग उड़ना चाहता है 
वो उस डोर संग बंधन तुम्हारा चाहता है 
वो साथ तुम्हारा चाहता है ||

डर है कहीं डोर जीवन का साथ न छोड़ दे,
ह्रदय उस व्यथा से मचलता है,
इस निराशा से लड़ने को वो संग तुम्हारा चाहता है,
वो साथ तुम्हारा चाहता है ||

कितना मोहक है साथ तुम्हारा ,
पंछि रोज़ ये राग सुनाता है,
कहीं टूट न जाये सपना ,
उन सपनों में वो साथ साथ तुम्हारा चाहता है ,
वो हाथ तुम्हारा चाहता है ||

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